भजन
कोई लियो प्रेम सै बोल हां बोल
हरी प्रेम करे सै मिलते है
प्रेम किया था द्रोपद सुता ने
चीर बढ़ा अनमोल....
हरी प्रेम करे सै मिलते है
प्रेम किया था मीराबाई ने
जहर पिया जाने घोल हां घोल
हरी प्रेम करे सै मिलते है
प्रेम किया था नरसी लाला ने
भात भरा अनमोल....
हरी प्रेम करे सै मिलते है
प्रेम किया था धन्ना भगत ने
खेत जमा अनमोल....
हरी प्रेम करे सै मिलते है
प्रेम किया था राजा मोर ध्वज ने
शेर जीमा अनमोल... अनमोल..
हरी प्रेम करे सै मिलते है
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