भजन
तर्ज: क्या खूब लगती हो... बड़ी सुन्दर दिखती हो
तुम सुनो मेरे पिया, मेरा हरदम दुखी जिया
मै जोडू हाथ, तुम मानों बात
ये कहन हमारो है
एक दिन तुमने कही यार मेरा...बंसी वारो है
तुम पूरी द्वारका जाओ, हां जाओ, हां जाओ
मधुसूदन से.....स्वामी मिलकर आओ
ना कटे रैन ना पड़े चैन,
ना होये गुजारो है, एक दिन तुमने………
मै कैसे जाऊ प्यारी, हां प्यारी, हां प्यारी
घट घट की वो... जाने कृष्ण मुरारी
मुझे लगो शाप, मेरी मानों बात,
ना मिले सहारो है, एक दिन तुमने……..
वो भगतो के हितकारी
सब दुखो को.....दूर करे गिरधारी
मत करो देर, वो सुने टेर,
मिटे कष्ट हमारो है, एक दिन तुमने……….
मै पूरी द्वारका जाऊ, हां जाऊ, हां जाऊ
पर मै तो जी.... कुछ ना वहाँ कह पाऊ
क्यों वो है खफा, है सबको पता
ये कहन हमारो है, एक दिन तुमने…….
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