दुःख भारी हुआ पवन को जीवन अंधकार देख कै
उस चकवी और चकवे का दंग रह गया प्यार देख कै
सुन दिल पै ठेस लगी थी मरने के हाल हो लिए
इनहे 1 रात है भारी हमे 12 साल हो लिये
जी जी मै तड़फ उठा था अपना किरदार देख कै
उस चकवी और चकवे का दंग रह गया प्यार देख कै
कुछ दोष नहीं अंजना का बस मै मतिहीन हुआ था
फिर पवन भूप इस ग़म मै बेहद ग़मगीन हुआ था
उस निर्दोषी अंजना की सज़ा हद सै बाहर देख के
उस चकवी और चकवे का दंग रह गया प्यार देख कै
मुझ पापी ने उसको क्यों दुहाग दे दिया ब्याह कै
फिर तन का होश रहा ना और गिर गया चक्कर खा कै
अपने दिल की दुनिया का उजड़ा बाजार देख कै
उस चकवी और चकवे का दंग रह गया प्यार देख कै
गा गीत राजबल अपने तू फेर और के गाइये
सारे काम छोड़ कै अन्जना सै मिलना चहिये
दयी कलम रोक लड्डन सिंह कली पूरी चार देख कै
उस चकवी और चकवे का दंग रह गया प्यार देख कै
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