हुआ फिकर राव को भारी हो.... जब सुनी संतो की बात....

 हुआ फिकर राव को भारी, हुआ फिकर राव को भारी

हो.... जब सुनी संतो की बात.... हुआ फिकर...........

 

हाथ जोड़ चरणों सर लाया, बाबाजी क्या वचन सुनाया

इकलौते की मेरी माया, इकलौते की मेरी माया

क्या, आवै थारे हाथ, मेरी उजाड़ जाये फुलवाड़ी

हुआ फिकर..............

 

विद्या धरनी मेरी रानी, सुनते ही वचन तजे जिंदगानी

घर मै बहु बे..... टे... की सयानी, घर मै बहु बेटे की सयानी

रोवेगी दिन रात, लखै किसकी बाट बेचारी

हुआ फिकर..........

 

धन माया के ना ठोर ठिकाने, बिन बेटे सब होये बिराने

 

ये महल और महलात, भरें कौवा चील उडारी

हुआ फिकर...................

 

तीन अवस्था बीती माहरी, चौथे-पन मै मत कर खुआरी

रामपाल मत करे ब्रह्मचारी, रामपाल मत करे ब्रह्मचारी

ये जुलम हमारे साथ, खुद देखो दशा हमारी

हुआ फिकर..............

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