ओ नए नाथ सुन मेरी बात याचंद किरण जोगी तन्ने तन मन धन से चाहवै से

ओ नए नाथ सुन मेरी बात या
चंद किरण जोगी तन्ने तन मन धन से चाहवै से
नीचे नै कमद लटका दी चढ़ जा क्यों वार लगावे से

मेरे जैसी नारी चाहिए तेरे जैसे नर कै
बात सुन ध्यान में धरकै
दया करकै नाचिए मोर मोरनी दो आंसू चाहवै सै
नीचे नै कमद लटका दी चढ़ जा

मन्नै साची साची बात बता दी न्यू दिल में धर ल्यू,
हो नए नाथ तने वर लूं 
तेरे संग मै गंधर्व बिहा कर लूं मेरे जी में आवे से 
नीचे नै कमद लटका दी चढ़ जा

जैसे शशि बिन सूनी रैन कहें
ते रे बिन मैं सूनी कदे ना ओढा चोला चुन्नी 
मेरा जोबन हाथी खूनी मन्नै दिन रैन सतावे से 
नीचे नै कमद लटका दी चढ़ जा

बाजे भगत शिशाने के एक रागिनी का चाह
छंद कोई हाल का ताजा 
सुल्तान सिंह ऊपर आजा जले क्यों सरमावै सै 
नीचे नै कमद लटका दी चढ़ जा

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