तू पागल होरी मरे गैल मैं मरै कौन सेठानी

तू पागल होरी मरे गैल मैं मरै कौन सेठानी 
टोटे मैं विश्वास मनुष का करें कोन सेठानी

बिगड़ी में सो कोस सेठानी गोती नाती हुआ करें 
ज्यादातर संसार मान हुए का हिम्मती हुआ करें
आगे कुआं विपदा में सुन पा 6 खाती हुआ करें
इस मौके पर सेठानी कोई बिरला साथी हो या करें
अपने सिर पै बोझ गैर का धरै कौन सेठानी
टोटे में विश्वास मनुष्य का करें कौन सेठानी

तू मनसा का विश्वास करें मैंने सो सो कोस यकीन नहीं 
वह ब्याज खोर हद से ज्यादा है दया धर्म वहां दीन नहीं
ऐसी आसामी ना बरतें जहां बने एक के 3 नहीं 
बता के गिरवी रख दूंगा मेरे धोरे महल जमीन नहीं
दंड दंड और के कर्मों का भला भरे कौन सेठानी 
टोटे में विश्वास मनुष्य का करें कौन सेठानी

मैं मनसा धोरे ना जाऊं दुख इस तै ज्यादा भर लूंगा 
तेरी और बात सब सेठानी मैं सर माथे पै धर लूंगा
मेरी हसके झेप उतारेगा मैं जीते जी मर लूंगा 
मुझे मनसा धोरे मत भेजें मेहनत मजदूरी कर लूंगा
मांग कै पेट भर लूंगा अब डरे कौन सेठानी
टोटे मैं विश्वास मनुष का .......

मैं पागल बन आ ग्या धोरै खुल कै खार नहीं समझा
कर्म को करतब बदले है करतब करतार नहीं समझा
कुकर्म का फल कुकर्म हो मै मूढ़ ग्वार नहीं समझा
लड्डन सिंह राजबल के कहने का सार नही समझा
तू ईश्वर माने उरै उरै बता परै कौन सेठानी 
टोटे मैं विश्वास मनुष का .....

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