बणकै सारथी महारानी मुझ दासी नै जाणे दो छुड़वा लूंगी गऊ इसे तुम नाचण और गाने दो

बणकै सारथी महारानी मुझ दासी नै जाणे दो

छुड़वा लूंगी गऊ इसे तुम नाचण और गाने दो


मेरे सामनै रण मै झंडा कैरो का झुक जागा

जहाँ मुर्गा ना बोलै वहाँ के दिन लिक्डन सै रुक जागा

उन कैरो के, बाणो सै  यो जाते ही फुक जागा

आगे ताला लगवा दो किसी, कोठे मै लुक जागा

लुक छिप कै उन कैरो सै इसे, अपनी जान बचाने दो

छुड़वा लूंगी गऊ इसे तुम नाचण और गाने दो


ये बुलवाया गलती मेरी ना काढू खता और की

अपनी अपनी गान लाग रा ना सुनता बात और की

सुख सै ना सोवै यो आत्मा राक्खी सता और की

इसे पता नहीं अपनी इज्जत का के राखे बता और की

मै इज्जत पै मरू मौज इसे बेजत्ती पै पाने दो

छुड़वा लूंगी गऊ इसे तुम नाचण और गाने दो


बणकै सारथी जाऊँ थारी पूरी करुँ चाहत नै

यु क्या झटका ले गा कैरो का जन्मा नहीं मात नै

जान बचानी चाह रहया है तुम, समझी नहीं बात नै

देख लियो कैरो के डर सै, जागा भाग रात नै

मर्द नहीं और जन क्या है सस्तर त्रिया नै ठाणे दो 

छुड़वा लूंगी गऊ इसे तुम नाचण और गाने दो


नाच नाच गा पेट भरै कह कड़वा बोल नार गी

ये क्या युद्ध करे कैरो सै हिम्मत बेग हार गी

गा मान राजबल दिल मै ये शक्ति रूप धारगी

सुनते सुनते लड्डन सिंह हो हद सै बाहर बात गी

मेरा क्रोध भरा दिल, यूँ चाह रहया मत आगे बात बढ़ाने दो

छुड़वा लूंगी गऊ इसे तुम नाचण और गाने दो

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