भगतो के बाबा जी तैंनै प्रभु सदा बढ़ाये मान
रै कला कब तक वर लू कुछ हो ना सके बयान -2
बचपन का तेरा यार सुदामा टोटे नै घणा सताया रे-२
मिसरानी नै तन्दुल देकै वो तेरे पास खंदाया रै -2
लौट के ब्राह्मण घर को आया बने देखे महल मकान
रै कला कब तक वर लू………
धन्ना जाट भगत अपने की बिना बीज फसल उपजाई रै -2
अरथ जोड़ कुंदन पुर पहुँचा रुक्मण की बंद छुड़ायी रे-२
नाम देव की छान छवाई कुछ हो न सकी पीछाण
रै कला कब तक वर लू………
नरसी सेठ नै तेरे नाम पे सारा धन माल लुटाया रै -2
हसीं भगत की होजा जग मै मनसा नै भात नुत वाया रे-२
सवा पहर सोरण बरसाया तन्नै सिरसे के दरमियान
रै कला कब तक वर लू………
गुरु नेतराम का यश दुनिया मै तन्नै दुर दुर फैलाया रै -2
सब भगतो का गुरु मान के गददी पै उन्हें बैठाया रे-२
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