मेरे
अब तक दुःख ना काटे बाबा
मै ना आने की
हर दोज पे खोली आई, तेरी खूब ही सेवा ठाई
हो तन्नै बिलकुल लाज ना आई
मेरी ना राखि ध्याने की
मेरे अब तक…………
गयी जिन्दगी धाते धाते, हुई बुढ़िया आते आते
हो तेरे बाटू रोज़ बतासे
हद कर दई मनाने की
मेरे अब तक…………….
अब दुनिया हसीं उड़ावे, खाना पीना ना भावै
हो तो हैभी झूठा बतलावै
तू सुणले बात ज़माने की
मेरे अब तक…………
मेरी कोख पड़ी है सूनी, कद मेटेगा अनहोनी
हो मिले रोज रोज ना जूनी गौतम
इस नर बाणे की
मेरे अब तक…………
मै ना आने की
हर दोज पे खोली आई, तेरी खूब ही सेवा ठाई
हो तन्नै बिलकुल लाज ना आई
मेरी ना राखि ध्याने की
मेरे अब तक…………
गयी जिन्दगी धाते धाते, हुई बुढ़िया आते आते
हो तेरे बाटू रोज़ बतासे
हद कर दई मनाने की
मेरे अब तक…………….
अब दुनिया हसीं उड़ावे, खाना पीना ना भावै
हो तो हैभी झूठा बतलावै
तू सुणले बात ज़माने की
मेरे अब तक…………
मेरी कोख पड़ी है सूनी, कद मेटेगा अनहोनी
हो मिले रोज रोज ना जूनी गौतम
इस नर बाणे की
मेरे अब तक…………
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