भटियारी मन्नै नौकर करले
कहीं मिलता ना रुजगार
रे तेरी महर फ़िरे तै
मेरी नैया हो जा पार
बुरे वखत टोटे खोटे मै
झड़ जा काया की सुरति
परमारथ करने वालो की
सदा जीत जगत मै होती
अरे बिगड़ी मै ना नाती गोती
सब मतलब का रे संसार
रै तेरी महर फ़िरे तै
मेरी नैया हो जा पार
काम कहे जो तू भटियारी
मेरे बालक टहल करेंगे
भूख प्यास में व्याकुल हो रहे
ये तै दिल दहल मरेंगे
अरे अपनी माँ की गैल करेंगे
हू काम का दावेदार
रै तेरी महर फ़िरे तै
मेरी नैया हो जा पार
टोटा नर नै खोटा कर दे
जैसे घुन लागे लकड़ी मै
कोई रै ज्ञान सै पार लाग जा
कोई पडे विपत तकड़ी मै
या उजड़े और या बिगड़ी मै
कहीं ना मिलता सतकार
रै तेरी महर फ़िरे तै
मेरी नैया हो जा पार
केले जैसा पात गात था
आज विपदा मै कुम्हलाया
महारानी की ओर लखा कै
अम्ब नीची नाड झुका गया
दिल के सारे दर्द दाब गया
जब देखी समय की मार
रै तेरी महर फ़िरे तै
मेरी नैया हो जा पार
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