भजन
बीती बातों में उमरिया भजन बिना
ओ भैया भजन बिना ओ बहना भजन बिना
1)-बालपन खेलन मैं खोया खूब करी नादानी
आयी जवानी की मनमानी चाल चले मस्तानी
सीधी चले न डगरिया भजन बिना—
2)-मनचाही शादी कर बेटा
बहू ब्याह घर लायो
हाथ पकड़ के चले अकड़ के कुल मर्यादा मिटाओ
घूमो शहर और बजरिया भजन बिना—
3)-चन्द रोज मैं बेटा बेटी ससुर दमाद कहाये
बेटा से बन गए बाप, दादा के नम्बर आये
झुक गयी बाबा की कमरिया
4)-एक दिन राम नाम सत्य हो गयी हो गई खत्म कहानी
सगे संबंधी रो रहे ठाड़े, बोल सके न बानी
बन्द हो गई नज़रिया भजन बिना—
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