भजन
कर जोड़ खड़ी सीता माला पहनाने को
मन भटक रहा उनका दुल्हन बन जाने को
सीता के स्वम्बर में राजा थे बड़े बड़े
जयमाला लिए सीता पहुंची जहाँ राम खड़े
कर जोड़ खड़ी सीता माला पहनाने को
सीता की अपेक्षा में लम्बे थे रघुराई
झुक जाओ मेरे रघुवर माला पहनाने को
कर जोड़ खड़ी सीता माला पहनाने को
हम सूर्यवंशी है मर्यादा न तोड़ेंगे
एक नारी के आगे हम सर न झुकायेंगे
कर जोड़ खड़ी सीता माला पहनाने को
माला को लिए सीता लक्ष्मण के पास गयी
समझाओ मेरे भैया माला पहनाने को
कर जोड़ खड़ी सीता माला पहनाने को
भैया को मै समझाऊ मेरी एक न मानेंगे
झुक जाऊंगा चरणों में वो मुझको उठाएंगे
मौका मिल जायेगा माला पहनाने को
कर जोड़ खड़ी सीता माला पहनाने को
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