भजन
बाबा तेरी याद सातवे
ना खाना पीना भावे
ऐसी लगन लगी सावरिया
प्रेम में पागल हुई गुजरिया
मेरा मन चंचल तडपावे…….ना खाना पीना भावे
खोली का लिया देख नजारा
बाबाजी तू लागे प्यारा
तेरी धजा लहर लहरावे…….ना खाना पीना भावे
सुबह श्याम तेरी करती पूजा
नाथ नहीं तेरे बिन दूजा
तुझे सारी दुनिया धावे…..ना खाना पीना भावे
बाबाजी मै तेरी दासी
प्रवेश कहे दर्शन की प्यासी
धर्मेंद्र सुर मै गावे ……ना खाना पीना भावे
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