जीव जीवन जगत में मिला है तुझे भावना भाव भक्ति भजन के लिए

 जीव जीवन जगत में मिला है तुझे

भावना भाव भक्ति भजन के लिए

मन के मंदिर के अंदर ऐसी मूरत जगा

जैसे सजती है सजनी सजन के लिए

 

हो मगन मन लगन लो लगा राम से

जिंदगी तेरी काट जाये आ राम से

नेह है गर तुझे सत्य के नाम से

तो हो जा तैयार तृष्णा तजन के लिए

जीव जीवन जगत में मिला है तुझे

भावना भाव भक्ति भजन के लिए

 

करम खोटे ना कर तू इस संसार में

वरना डूबेगी नैया तेरी मझदार में

क्या दिखायेगा मुँह प्रभु के दरबार में

लाज भी न बचेगी लजन के लिए

जीव जीवन जगत में मिला है तुझे

भावना भाव भक्ति भजन के लिए 


खाली झोली प्रभु ने उसे भर गयी

जिनकी पग रज से गौतम सिला तर गयी

राम जाने की वो रज कहाँ रह गयी

लाख ढूंढी मिली ना लखन के लिए

जीव जीवन जगत में मिला है तुझे

भावना भाव भक्ति भजन के लिए


त्यागी त्याग कपट घट के पट खोल दे

प्रेम से बंसी वाले की जय बोल दे

तोल सकता है तो ठीक से तोल दे

मेरी कविता की भजनी भजन के लिए

जीव जीवन जगत में मिला है तुझे

भावना भाव भक्ति भजन के लिए


Comments